पारद शिवलिंग किसे कहते हैं - AN OVERVIEW

पारद शिवलिंग किसे कहते हैं - An Overview

पारद शिवलिंग किसे कहते हैं - An Overview

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ज्या घरात पारद शिवलिंगाची पूजा केली जाते त्या घरात पारिवारिक तंटे , बाधा , मानसिक टेंशन , इतर कोणतेही त्रास जास्त प्रमाणात त्रासदायक नसतील.

पारे से बने शिवलिंग का है विशेष महत्व, इसके स्पर्श मात्र से मिलता है पुण्य

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Parad get oxidises immediately after reacting with the atmospheric oxygen. So we need to clear the Parad Shivalingam. We have to every single alternate working day clean up the Parad shivling with contemporary lemon.

अशी आख्यायिका मिळते कि समुद्र मंथनाच्या वेळी मोहिनी रूपातल्या स्त्री रुपी विष्णू ला पाहून शिव मोहित झाले आणि त्यांच्या मैथुन क्रियेतून पारा रुपी द्रव उत्त्पत्तीत आला.

पारद शिवलिंग की पूजा: सावन के पवित्र महीने की शुरुआत होने जा रही है। सावन का भगवान शिव जी की पूजा के लिए बहुत उत्तम माना जाता है। सावन मास में शिवलिंग अभिषेक और पूजा बेहद फलदायी मानी जाती है। अगर शुद्ध पारद के शिवलिंग (पारदेश्वर) की पूजा की जाए तो बात ही क्या।

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पारद शिवलिंग की पूजा से भगवान शिव अति प्रसन्न होते हैं। प्राचीन ग्रन्थों में पारद शिवलिंग की पूजा को सर्वोत्तम बताया गया है। पारद शिवलिंग के महत्व का वर्णन ब्रह्मपुराण, ब्रह्मवेवर्त पुराण, शिव पुराण, उपनिषद आदि ग्रंथों में किया गया है।

कोटा जंक्शन पर स्थित श्रीराम मंदिर में स्थापित है पारद शिवलिंग

इसके बाद पर पराद शिवलिंग के दाहिनी तरफ दीपक जलाना चाहिए।

तुम्ही भक्तिभावनेने त्या शिवलिंगाला देवघरात स्थान देऊ शकता. 

सबसे पहले शिवलिंग को एक सफेद कपड़े के आसन पर रखना चाहिए।

पारद एक तरल धातु है और जहरीला होता है। इसकी देखभाल थोड़ी जटिल होती है। पारद शिवलिंग को हमेशा बंद स्थान में ही रखना चाहिए। इसे छूते समय सावधानी बरतनी चाहिए और बच्चों की पहुँच से दूर रखना आवश्यक है। यदि आप इन सावधानियों का पालन नहीं कर सकते हैं, तो आप स्फटिक शिवलिंग को चुन सकते हैं, जो देखभाल में आसान होता है।

शिवलिंग के शब्दिक अर्थ की बात की जाए तो शिव का अर्थ 'परम' कल्याणकारी है और लिंग का अर्थ 'सृजन' या 'प्रतीक' है। तो, शिवलिंग एक तरह से भगवान शिव का प्रतीक है। पुराणों के अनुसार शिवलिंग के मूल में ब्रह्मा, मध्य में भगवान विष्णु और ऊपर के भाग में भगवान शंकर विराजमान हैं।

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